बिहार बोर्ड इंटर परीक्षा 2026 : बिहार विद्यालय परीक्षा समिति (BSEB) ने इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2026 को लेकर एक बड़ी जानकारी जारी की है। समिति ने साफ कहा है कि जिन विद्यार्थियों के डमी सूचीकरण कार्ड (Dummy Registration Card) पोर्टल पर अपलोड नहीं हुए हैं, वे परीक्षा में शामिल नहीं हो पाएंगे। यह खबर खासतौर पर उन छात्रों के लिए महत्वपूर्ण है जिनके नाम इस सूची में शामिल हैं। समिति के अनुसार, राज्य के 2953 इंटरमीडिएट स्तर के शिक्षण संस्थानों से कुल 47,648 विद्यार्थियों का डमी सूचीकरण कार्ड अभी तक पोर्टल पर अपलोड नहीं हुआ है। अगर इसे समय पर अपलोड नहीं किया गया तो ये सभी विद्यार्थी इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2026 में बैठने से वंचित हो जाएंगे।

डमी सूचीकरण कार्ड का महत्व
डमी सूचीकरण कार्ड हर छात्र के लिए एक महत्वपूर्ण दस्तावेज है। यह कार्ड छात्र की सभी व्यक्तिगत और शैक्षणिक जानकारियों को सही-सही दर्ज करने का अवसर देता है। इसमें नाम, माता-पिता का नाम, जन्मतिथि, विषय, विद्यालय का नाम और फोटो जैसी जानकारी होती है।
अगर इन विवरणों में कोई गलती रह जाती है और उसे समय पर सुधारा नहीं गया तो परीक्षा के दौरान छात्र बड़ी समस्या में पड़ सकता है। इसलिए बिहार बोर्ड ने डमी कार्ड अपलोड और सत्यापन को अनिवार्य कर दिया है।
परीक्षा से वंचित होने का खतरा
बोर्ड ने साफ चेतावनी दी है कि यदि संबंधित संस्थान जल्द ही छात्रों के डमी सूचीकरण कार्ड पोर्टल पर अपलोड नहीं करते हैं, तो ऐसे छात्र परीक्षा से बाहर कर दिए जाएंगे। इसका सीधा मतलब यह है कि हजारों विद्यार्थियों का भविष्य दांव पर लग सकता है।
परीक्षा समिति के अधिकारी ने बताया कि डमी सूचीकरण अपलोड न होना सिर्फ छात्रों की गलती नहीं है, बल्कि कई जगह संस्थानों की लापरवाही भी जिम्मेदार है।
संस्थानों की भूमिका और जिम्मेदारी
बिहार बोर्ड ने यह भी कहा है कि विद्यार्थियों की जिम्मेदारी है कि वे अपने विद्यालय/कॉलेज से संपर्क करें और सुनिश्चित करें कि उनका डमी सूचीकरण कार्ड अपलोड हुआ है या नहीं। वहीं, संस्थानों की यह बड़ी जिम्मेदारी है कि वे सभी विद्यार्थियों के दस्तावेज समय पर बोर्ड पोर्टल पर उपलब्ध कराएं।
यदि संस्थान लापरवाही करते हैं तो इसका खामियाजा छात्रों को भुगतना पड़ेगा, जो कि बिल्कुल भी उचित नहीं है।
छात्रों के लिए जरूरी निर्देश
- विद्यार्थी तुरंत अपने संस्थान से संपर्क करें और डमी सूचीकरण कार्ड की स्थिति की जांच करें।
- अगर कार्ड अपलोड नहीं हुआ है तो संस्थान से आग्रह करें कि उसे तुरंत अपलोड किया जाए।
- छात्र अपने कार्ड में दी गई जानकारियों को ध्यान से पढ़ें और यदि कोई त्रुटि है तो उसे सही करवाएं।
- अंतिम तिथि का इंतजार न करें, क्योंकि एक छोटी सी लापरवाही भविष्य बिगाड़ सकती है।
बोर्ड की अपील
बिहार बोर्ड ने सभी छात्रों और संस्थानों से अपील की है कि वे इस कार्य को गंभीरता से लें। डमी सूचीकरण कार्ड अपलोड और सत्यापन की प्रक्रिया पूरी होने पर ही विद्यार्थियों को परीक्षा में बैठने की अनुमति मिलेगी।
निष्कर्ष
इंटरमीडिएट वार्षिक परीक्षा 2026 में शामिल होने के इच्छुक हजारों विद्यार्थियों के लिए यह समय बेहद महत्वपूर्ण है। 47 हजार से ज्यादा छात्रों के भविष्य पर संकट मंडरा रहा है, लेकिन अभी भी सुधार का अवसर है। यदि छात्र और संस्थान दोनों मिलकर तेजी से कदम उठाते हैं तो यह समस्या टल सकती है।
बिहार बोर्ड का यह कदम छात्रों की भलाई के लिए है ताकि परीक्षा के दौरान किसी प्रकार की त्रुटि न हो और सभी विद्यार्थी बिना किसी परेशानी के परीक्षा दे सकें।
Also Read…